ताउम्र तलाश की ज़िंदगी तेरी... ताउम्र तलाश की ज़िंदगी तेरी...
चार दिन की जिंदगानी है ये, फिर से आना होता है कहाँ। छूट जाएगी ये दुनिया दारी... चार दिन की जिंदगानी है ये, फिर से आना होता है कहाँ। छूट जाएगी ये दुनिया दा...
हम ही कसूरवार हैं हम ही कसूरवार हैं
किसी दरख्त के नीचे या किस दराज में। किसी दरख्त के नीचे या किस दराज में।
सामने से चीज यूँही गुज़र जाती है, कितना तड़पाओगी तुम ऐ जिंदगी, एक रोटी भूख, तुम्हें कुचल जाती है.... सामने से चीज यूँही गुज़र जाती है, कितना तड़पाओगी तुम ऐ जिंदगी, एक रोटी भूख, तुम्ह...
सच्चा प्यार आखिरी सांस तक टिकता है जहा आप ऐसे किसी इंसान से मिले सोच लेना की आपने सच्चा प्यार आखिरी सांस तक टिकता है जहा आप ऐसे किसी इंसान से मिले सोच ले...